हुनर की धारा

बीते कुछ महीनों में हमने बहुत कुछ देखा है। हम सबको कभी किसी को खोने का डर था तो कभी अपनो के पास वापस आने की खुशी। किसी को खाने के लिए तरसते देखा तो किसी को अपने घर जाने के लिए ज़िंदगी से जंग लड़ते।

इस महामारी ने हमें बहुत कुछ सीखने के लिए इस तरह मजबूर कर दिया कि हमें ना सिर्फ़ अपनी आदतें बदलनी पड़ी हैं बल्कि आज हमें हमारे बीच रह रहे उन सच्चे लोगों से मिलवाया जो रील नहीं रियल लाइफ़ में असली हीरो कहलाने का हक़ रखते हैं।

हमने देखा कि इन जैसे हीरो ने बिना किसी की जात और मज़हब पूछे एक सच्चे इंसान और असली हिंदुस्तानी कैसा होना चाहिए। ऐसे लोगों को देखकर इंसानियत पर और भरोसा करने का दिल करता है और इन लोगों को बस नमन ही किया जा सकता है।

हमने ये भी देखा कि कैसे हमारा दौड़ता भागता जीवन अब धीरे-धीरे इंटरनेट को अपना अहम हिस्सा बनाते जा रहा है साथ ही कुछ ऐसे लोग भी उभर कर सामने आए हैं जो एक नहीं बहुत सी प्रतिभाओं के धनी हैं। ऐसे ही एक हुनरबाज़ हैं राजकिशोर सिंह उर्फ़ सोरा।

भागलपुर, बिहार ‌के राजकिशोर बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं। इन्होंने अपनी प्रतिभा को निखार कर और भी सुंदर बनाया है। राजकिशोर पढ़ाई के साथ बहुत अच्छा लिखते भी हैं। इन्होंने लेखनी के ‌अलावा काव्यपाठ में भी बहुत योगदान दिया है साथ ही फोटोग्राफी भी बहुत सुंदर करते हैं इतना ही नहीं राजकिशोर एक बेहतरीन स्केच आर्टिस्ट भी हैं।

ऐसे लोगों से समाज को हमेशा प्ररेणा मिलती है। उम्मीद है आप और हम जैसे लोग भी अपने अंदर की प्रतिभा को एक मौका देंगे जिससे हम भी अपने अंदर छिपे हुनर की धारा को मनमुताबिक बहने का अवसर दे सकें।