शहीद कैप्टन कपिल कुंडू की मां बोली- पाकिस्तान पर फिर सर्जिकल स्ट्राइक करे मोदी सरकार

नई दिल्ली : पाकिस्तान की ओर से हुई फायरिंग में रविवार को कैप्टन कपिल कुंडू समेत तीन जवान शहीद हो गये थे. कैप्टन का अंतिम संस्कार सोमवार को कर दिया गया. उनकी अंतिम यात्रा में सैकड़ों लोग पहुंचे थे. इस शनिवार को 23 वर्ष के होने वाले कैप्टन कपिल कुंडू का मानना था कि जिंदगी लंबी नहीं बल्कि बड़ी होना महत्वपूर्ण है. शहीद कैप्टन की 52 वर्षीय मां सुनीता कुंडू ने कहा, कपिल हमेशा कहता था कि जिंदगी लंबी नहीं, बड़ी होनी चाहिए. वह मेरा बहादुर बेटा था और मुझे ऐसे बेटे की मां होने पर फख्र है जिसने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान किया. यदि मेरा एक और बेटा होता तो मैं उसे भी भारतीय सेना में भेजती सुनीता के पति तब चल बसे थे जब कपिल कुंडू मात्र 15 साल के थे. अब उनके सीने में बेटे को खोने का दर्द है. सुनीता ने कहा, मैं मोदी सरकार से पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक करने और ऐसी घटनाओं का बदला लेने की अपील करती हूं. यदि मेरा बेटा 15-20 साल और जीता तो वह राष्ट्र के लिए और कुछ करता. मैं मानती हूं कि उनकी जिंदगी जाया नहीं जाएगी. उन्होंने कहा कि कपिल ने अभी दो चार दिन पहले उनसे बात की थी. वह राजौरी में अपनी पोस्टिंग को लेकर रोमांचित था. कैप्टन कुंडू आने वाली 10 फरवरी को 23 साल के हो जाते. गांव में कैप्टन के घर वाले उनके छुट्टियों पर आने का इंतजार कर रहे थे, लेकिन उन्हें देश के इस जांबाज सपूत के शहीद होने की खबर मिली. अपने बच्चे के मरने की खबर सुनकर मां सुनीता बेजार हो गयीं, हालांकि वह दुख के सागर में डूबी हुई हैं, फिर भी आंसू पीते हुए उन्होंने कहा ‘मेरे बेटे को एडवेंजर से भरा जीवन पसंद था.” कैप्टन की मौत से पूरे गांव में सन्नाटा सा पसर गया है. पाकिस्तान की ओर से रविवार को राजौरी में नियंत्रण रेखा पर हुई भारी गोलाबारी में कुंडू के अलावा सेना के तीन अन्य जवान भी शहीद हुए हैं. कुंडू की मां ने कहा, कपिल 10 फरवरी को अपने जन्मदिन पर घर आने वाला था. वह हमेशा मुझे सरप्राइज देता, अपने आने की खबर पहले सिर्फ बहनों को देता था. वह बहनों के साथ सबकुछ साझा करता था. सुनीता ने बताया कि कैप्टन कुंडू पिछली बार नवंबर, 2017 में घर आये थे. mकपिल की मां का कहना है, उसे एडवेंजर भरी जिंदगी पसंद थी, उसे प्रकृति से प्यार था. वह महान देशभक्त था. वह देश के लिए अपनी भावनाएं दर्शाने के लिए कविताएं लिखता था. वह हमेशा कहता था कि मेरा देश सबसे ऊपर है. अपने भाई के बारे में बात करते-करते कैप्टन कुंडू की बहन अपने आंसू नहीं रोक पायीं और रह रहकर उनका गला रूंध जाता था.