मेरे परिवार के पांचों सदस्य ने नींद का इंजेक्शन लेकर की थी आत्महत्या

रांची (झारखण्ड), 13 अक्टूबर 16: झारखंड की राजधानी रांची के कोकर इलाके के रिवर्सा अपार्टमेंट में घायलावस्था में मिले डॉ सुकांतो सरकार ने पुलिस को अपना बयान दिया है. उन्होंने पुलिस को बताया है कि मेरी पत्नी अंजना सरकार ने आपसी सहमति से पुत्र समीर सरकार व भतीजे की पत्नी मोमिता को नींद का इंजेक्शन दिया है. फिर खुद को भी इंजेक्शन लगा कर आत्महत्या कर ली. इससे पहले, मोमिता ने अपनी बेटी सुमिता और समीर ने अपनी बेटी सनिता को नींद का इंजेक्शन दिया था. इंजेक्शन के जरिये दवा की अधिक मात्रा लेने से ही सभी की मौत हो गयी थी. डॉ सुकांतो ने पुलिस को बताया है कि उनकी बहू मधुमिता परिवार के सभी सदस्यों को तंग करती थी. इससे सभी लोग मानसिक रूप से परेशान थे. मधुमिता ने लगा कर झूठे केस में फंसाने की धमकी देती थी. इसलिए मेरी पत्नी, पुत्र और मोमिता ने सामूहिक रूप से आत्महत्या करने का निर्णय लिया था. तीनों की मौत हो जाने के बाद दोनों बच्चों की देखभाल करनेवाला कोई नहीं रहता. इसलिए दोनों ने अपने-अपने बच्चे को इंजेक्शन देकर मारने का निर्णय लिया था. मरने के पहले मेरी पत्नी, पुत्र और मोमिता ने सुसाइडल नोट लिखा था. घटना का विरोध किया किया था : डॉ सुकांतो ने पुलिस को बताया कि मैंने परिवार के लोगों के निर्णय का विरोध किया था. पर मैं उनका निर्णय नहीं बदल सका. मेरे सामने नींद का इंजेक्शन लेने के बाद सभी सो गये. सबकुछ आठ अक्तूबर की रात ही हुआ था. जब देर रात देखा कि सभी की मौत हो चुकी है, तब मैंने सोचा कि अकेले जीवित रह कर क्या करूंगा. इसलिए मैंने भी आत्महत्या करने का निर्णय लिया. चाकू से शरीर के विभिन्न स्थानों पर हमला करने के बाद नस काट लिया. पुलिस ने डॉ सुकांतो से कई अन्य सवाल भी पूछे हैं. लेकिन कई सवालों के जवाब डॉ सुकांतो पुलिस को ठीक तरह से नहीं दे सकें. मोमिता और समीर के संबंध पर शक करती थी मधुमिता : डॉ सुकांतो ने बताया : मेरे भतीजे की पत्नी मोमिता हमारे परिवार के सदस्यों के साथ ही रहती थी. पर समीर की पत्नी मधुमिता, समीर और मोमिता के संबंध पर शक करती थी. वह मोमिता को मानसिक रूप से प्रताड़ित करती थी. गलत आरोप लगाये जाने की वजह से नोएडा में हमारी इज्जत- प्रतिष्ठा खराब हो रही थी. इसलिए हम रांची आ गये. नोएडा में हमारे अन्य परिचित और रिश्तेदार भी रहते हैं. इसलिए वहां आत्महत्या करना मेरे परिवार के सदस्यों के लिए आसान नहीं होता. इसलिए हमारे परिवार के सदस्यों ने रांची आने के बाद आत्महत्या कर ली. उन्होंने बताया : मोमिता और मधुमिता बहन थी. फ्लैट से बरामद 18 सामान भेजे गये एफएसएल के पास जांच के लिए पुलिस ने रिवर्सा अपार्टमेंट के फ्लैट संख्या 1002 से 18 सामान बरामद किये हैं. इनमें चाकू, इंजेक्शन, निडिल, खाना और अन्य सामान हैं. मृतकों के नाक से निकले खून और झाग भी एकत्र कर पुलिस ने एफएसएल के पास जांच के लिए भेज दिया है. (साभार)