न कोर्ट गई, न किए तलाकनामे पर साइन, फिर भी कानूनी तौर पर तलाकशुदा

लातेहार (झारखण्ड), 3 मई 2016 : वह न कोर्ट कभी गई और कहीं किसी पेपर पर सिग्नेचर किए, पर कानूनी तौर पर तलाकशुदा घोषित कर दी गई. जी हां, यह अनोखा मामला मंगलवार को झारखंड महिला आयोग में पहुंचा. लातेहार की रहने वाली विद्योत्मा ने अपने पति पर फर्जी तरीके से तलाक लेने का सनसनीखेज आरोप लगाया है. पीड़िता की मानें तो उसने कभी न तो किसी भी कागज पर साइन किए, न इसके लिए कभी तैयार थी. वह कभी कोर्ट-कचहरी भी नहीं गई, पर फिर भी तलाक के कागजात उसे थमा दिए गए हैं. महिला के मुताबिक वह फिलवक्त अपने मायके लातेहार में रह रही है, जहां 25 मार्च 2016 को कोर्ट से बड़ेे बाबू आए और उसके पति का नाम लेकर शिकायत करने लगे कि क्यों इन्हें व्यर्थ कॉल कर परेशान करती हो. यह सुनकर पीड़िता ने जवाब दिया कि आखिर कौन पत्नी अपने पति को फोन नहीं करती. इस पर तलाक के कागजात दिखाते बड़ेे बाबू ने कहा कि तुम्हारा तो पति से तलाक हो चुका है. पीड़िता के मुताबिक इसके बाद उसके होश उड़ गए, क्योंकि न तो उसने कभी तलाकनामे पर हस्ताक्षर किए थेे और न ही कभी कोर्ट-कचहरी गई थी. पीड़िता के मुताबिक शादी के बाद से पति और ससुराल वालों की तरफ से हमेशा उसे प्रताड़ित किया जाता रहा है. पिछले दिनों पति ने लात मार कर दो महीने के उसके गर्भ को गिरा दिया था. इसके बाद से वह मायके में थी. बावजूद इसके पीड़िता अपनी शादीशुदा जिंदगी को बचाना चाहती थी. पीड़िता के मुताबिक पति से तलाक के बाबत पूछने पर उसने कहा कि मैं जल्द ही दूसरी शादी करने वाला हूं. तुम भी अपने पिता से कहकर दूसरी शादी करा लो. (sabhar- network18)