झारखंड हाईकोर्ट ने सरकार से पूछा, कैसे निपटेंगे कोरोना से

रांची: झारखंड हाईकोर्ट ने कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण के मामलों से संबंधित एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए सरकार से कई सवाल किये हैं। कोर्ट ने पूछा है कि जब रिम्स में इतने अच्छे डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ मौजूद हैं, तो इसकी स्थिति इतनी बदतर क्यों है ? झारखंड हाइकोर्ट ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये शुक्रवार को कोविड-19 के बढ़ते मामलों पर स्वत: संज्ञान से दर्ज जनहित याचिकाओं पर सुनवाई की। अधिवक्ता इंद्रजीत सिन्हा ने करोना वायरस के संक्रमण से निबटने की तैयारियों में कमी को लेकर चीफ जस्टिस को पत्र लिखा था। हाइकोर्ट ने पत्र को जनहित याचिका में तब्दील कर दिया था।

कोर्ट ने राज्य सरकार को अद्यतन विस्तृत रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है। चीफ जस्टिस डॉ. रवि रंजन व जस्टिस संजय कुमार द्वेदी की खंडपीठ ने मामले की सुनवाई करते हुए रिम्स पर कई टिप्पणियां की।

कोर्ट ने सरकार से पूछा कि चिकित्सक और मेडिकल स्टाफ रात-दिन मेहनत कर रहे हैं। अपनी-अपनी क्षमता से काम कर रहे तो कमी कहां रह जाती है। कोर्ट ने नियमित निदेशक के साथ साथ खाली पदों पर भी सवाल उठाये हैं। रिम्स की ओर से अधिवक्ता डॉ. अशोक कुमार सिंह ने अपना पक्ष रखा।