जेजेएपी उग्रवादी व असमाजिक तत्वों से दहस्त में हैं सेवधरा गांव के 28 परिवार

जेजेएपी उग्रवादी व असमाजिक तत्वों से दहस्त में हैं सेवधरा गांव के 28 परिवार
लातेहर (मनिका) 3 अगस्त 2016 : मनिका के सेवधारा गांव में आदिवासी समुदाय के लोग दहशत में जीने को मजबूर हैं, गांव के कई घर के पुरूष सदस्य अभी भय के कारण घर से बाहर हैं, उन्हें लागातार जेजेएपी उग्रवादी संगठन के लोगों से धमकियाँ मिल रही है, क्योंकि 28 जुलाई को इन उग्रवादियों ने वन भूमि पट्टा के दावेदारों को पिटाई कर मिलने वन भूमि के पट्टा नहीं लेने का फरमान जारी कर दिया है और उनकी बांध पूरे गांव सामने पिटाई की है, जिससे कई लोगों की हालत कफी खराब थी तथा उनकी फारमान नहीं मानने पर पूरे परिवार के हत्या करने की धमकी देकर गये हैं, उसके बाद ही लोग डरे सहमें है, गांव के लोगों उपायुक्त को पत्र लिख कर सुरक्षा की गुहार भी लगायी है। इनकी ऐसी हालत गांव के कुछ दबंग लोगों के इसारे पर की गयी है। इस गांव के 27 आदिवासी परिवारों का सिर्फ दोष इतना ही है की अधुसूचित जाति व अन्य परंरागन वन निवासी (वनों मान्याता ) कानून 2006 का पालने कर 17 परिवार के लोगों ने वन भूमि के व्यक्तिगत पट्टा के लिए आवेदन किया था। इनकी आवेदन जिला स्तरीय कमिटी में दावा स्वीकृत भी किया गया है। मगर गांव के अन्य समुदाय के लोगों को पसंद नहीं और आदिवासी समुदाय के अत्याचार शुरू कर कभी वन विभाग से तो कभी उग्रवादियों और असामाजिक तत्वों से मिल कर उन्हें प्रताड़ित व परेशान किया जा रहा है।