राष्ट्रीय दलित मानवाधिकार अभियान ने आदिम जनजाती परिवारों के राशन पैकेट का वितरण किया

गढ़वा, 23 मई 2020: राष्ट्रीय दलित मानवाधिकार अभियान ने कोरोना संक्रमण लॉककडाउलन के कारण रोजी रोटी कमाने वाले दलित  और आदिवासी समुदाय में खास कर आदिम जनजति तथा कमजोर परिवारों में खाद्यान संकट उत्पन्न हो गया है। नीति आयोग भारत सरकार के निर्देशानुसार स्वाधिकार एनसीएडीएचआर ने अपनी जवाबदेही को पूरा करते हुए  गढ़वा जिला के  रंका प्रखंड के विश्रामपुर, खरडीहा , कटरा पंचायत तथा भगुआ  गांव सहित एक दर्जन गांवों में 160 आदिम जनजाति कोरवा और परहिया सहित आदिवासी व दलित 25 किलो चावल तथा नमक, चना, तेल, साबुन, गुड, मशाल राशन के रूप में वितरण किया गया।  इस मौके पर राष्ट्रीय दलित मानवाधिकार अभियान के राज्य समन्वयक मिथिलेश कुमार ने कहा कि  संस्था वैसे परिवारों को चिन्हित कर राशन पैकेट का वितरण किया है, जिन परिवारों के पास राशन कार्ड नहीं हैं एवं मजदुरी पर ही उनका जीवन निर्भर करता है। राहत सामग्री वितरण में दिव्यांगए एकल महिला एवं वृद्ध जनों का ध्यान रखा गया है। इस दौरान लोगों के बीच कोरोना संक्रमण के लक्षण और बचाव की जानकारी दी गयींे है, इस दौरान लोगों के बीच पर्चा का भी वितरण किया गया। राज्य समन्वय ने बताया कि आपदा के समय दलित व आदिवासी समुदाय के कमजोर वर्ग राहत समग्रियों से वंचित रह जाते है, ऐसे में इस समुदाय के बीच भूखमरी की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। राशन वितरण में स्थानीय संस्था मल्टी आर्ट एसोसिएशन, पलामू और  आदिम जनजाति कल्याण केंद्र, रंका के सहयोग किया गया .  इस अवसर पर मानिकचंद कोरवा, मुनवश्वर कोरवा, सामाजिक कार्यकर्ता विजय विश्वकर्मा, राजेश लकड़ा , लालमुनि राम और राजेंद्र परहिया राशन वितरण में मदद की.